सिवान (बिहार): गुठनी प्रखंड के तरका गांव में 28 नवंबर से आयोजित 11 दिवसीय रूद्र महायज्ञ के आयोजन का आज तीसरा दिन है।पहले दिन भव्य कलश यात्रा तरका गांव से बेलौर गांव तक हाथी, घोड़ा, ऊट, बैंड बाजा के साथ लगभग 1 किलोमीटर पैदल यात्रा तय की गई और वहां से हजारों की संख्या में शामिल श्रद्धालुओं को आयोजकों ने छोटे-बड़े वाहनों में बैठाकर पावन सरयू तट दरौली के लिए प्रस्थान किया था। रास्ते में जतउर गुठनी चौराहा, टड़वा चट्टी, दरौली गुठनी चोमुहानी, श्रीरामजानकी धर्मशाला दरौली में दर्जनों स्थानों पर परम पूज्य विश्व प्रसिद्ध रामकथा वाचक प्रेमभूषणजी महाराज, एवं उनके शिष्य रामकथा गायक राजनजी महाराज तथा अयोध्या से आए साधु-संतो, आचार्यों के दर्शन एवं कलश यात्रा में सम्मिलित होने वाले सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पलक पांवड़े बिछा कर इंतजार किया एवं आते ही फूलमाला पहनाकर और पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया।
दरौली सरयू तट पर श्रीरामजानकी धर्मशाला ट्रस्ट के सदस्यों एवं समर्थ संस्थान दरौली के सदस्यों व ग्रामवासियों ने कलश यात्रा में सम्मिलित धर्मानुरागी माताओं, बहनों एवं भाइयों का स्वागत किया और उन्हें जलपान कराया। दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने कथा मंडप से अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रेमभूषण जी महाराज के मुख से कथा का रसास्वादन किया। आज कथा के मंच से शिव विवाह होने को है जो 2:30 बजे दिन से 6:00 बजे तक चलेगा।