"अपनी गरीबी को मिटाने को यदि कोई व्यक्ति अपने भीतर यह इच्छाशक्ति पैदा कर ले कि उसे गरीब नहीं रहना है तो वह उसी दिन से अमीर होना शुरू हो जाएगा।" यह उद्गार भटगाई गांव तरैया में चल रही सात-दिवसीय श्री राम कथा के सप्तम दिवस भरत चरित्र कथा में वाराणसी से आए सुप्रसिद्ध कथा प्रवक्ता श्री मधुकर जी ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कोई हमें कुछ दे दे और हम कुछ न करें तो ये दीनता की वृत्ति ही गरीबी है। देखा जाए तो गरीबी और अमीरी केवल मन का भ्रम है। संसार में जिसके पास जो है, वह सबको कुछ दिन के लिए मिला हुआ है। वास्तव में संपत्ति का स्वामी तो केवल ईश्वर है।
पूज्य मधुकर जी ने कहा कि हमें मालिक नहीं, सेवक बनकर कार्य करना चाहिए, फिर देखिए दरिद्रता स्वयं ही समाप्त हो जाएगी। यह शरीर ही स्वर्ग, नरक, मोक्ष, ज्ञान, वैराग्य व भक्ति के साधन की सीढ़ी है। जो व्यक्ति इस शरीर रूपी सीढ़ी को जहां लगा देता है, पुरुषार्थ के बिना धनुष सफल नहीं होता। इसी तरह हनुमान भगवान के वह अमोघ बाण हैं, जो अपनी सफलता के मूल में अपनी विशेषता न देखकर केवल भगवान की कृपा को ही देखते हैं। भरत, भगवान का राज्य चलाकर प्रवृत्ति करते हैं, पर खुद को मात्र सेवक मानने के कारण वे सदा निवृत्ति में ही परिभ्रमण करते हैं।
महाराज श्री ने बताया कि बटवारा भाई की सम्पत्ति में नही अपितु भाई भाई के बिपत्ती में होनी चाहिए। यही भरत चरित्र कथा का मूल सूत्र है। मौके पर महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, वरिष्ठ नेता शैलेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक मुद्रिका प्रसाद राय, यूवराज सुधीर सिह, पूर्व विधायक शत्रुघन तिवारी उर्फ चोकर बाबा, प्रखंड विकास पदाधिकारी कृष्ण कुमार सिंह, अंचलाधिकारी अंकु गुप्ता, थानाध्यक्ष महमद शोएब आलम, प्रशिक्षु दरोगा प्रबेश कुमार, सरपंच संघ के प्रदेश महासचिव सुनील कुमार तिवारी, प्रमुख प्रतिनिधि बिक्कु सिह, जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह, भजपा नेता संजय सिंह, धीरज सिंह, अमर नाथ सिह, शेखर सिह, समिति प्रतिनिधि यूवराज सिह, अभिषेक कुमार सिंह उर्फ गुडु, संजीव कुमार चौबे, डाँ दिलीप सिह, पैक्स अघ्यक्ष राहुल सिह, कुमार संजीव रंजन, पूर्व सरपंच नितेश सिह, कृष्णा सिह, आचार्य चंदन ओझा, हिमाशु मिश्रा, राकेश त्रिपाठी, सुकेश त्रिवेदी, दिलिप सिह, मुना राय, घुपनारायण राय, सुबोघ सिह, मुखिया अमीत सिह, ओम प्रकाश राम, समिती प्रतिनिधि बिरेन्द राम, रबिन्दर कुमार, पूर्ब जिलापरिसद प्रतिनिधि बिनोद सिह, बिनय सिह, उमेश सिह, पूर्ब मुखिया रविन्दर सिह, पुजारी घमेन्दर सिह, अरुण सिह, डाँ रंजन सिह, अभिन्दन कुमार, डॉ रजय सिह, प्रिंस कुमार, शिला नाथ सिह, शिक्षक बिकास कुमार, अशीष सिह, राहुल सिह, मनोज सिह, पूर्ब मुखिया अरुण सिह, श्याम प्रकाश सिंह, डॉ रंजन सिंह, सरपंच ललन राम, शिक्षक राघो सिह, ओमप्रकाश सिह व मुन्ना तिवारी उपस्थित थे।