रिविलगंज में "बिहार प्रतिभा सम्मान समारोह" का आयोजन, 300 से अधिक छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: हरे राम सेवा संस्थान द्वारा रविवार को रिविलगंज प्रखंड के मेथवलिया गांव स्थित मैदान में "बिहार प्रतिभा सम्मान समारोह" का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने और मेधावी छात्रों को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। इस सम्मान समारोह में उन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए थे।
कार्यक्रम में कुल 300 से अधिक छात्रों को मेडल, अंगवस्त्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं, जिन्होंने 90 प्रतिशत या उससे अधिक अंक अर्जित किए थे, उन्हें विशेष रूप से दीवार घड़ी प्रदान कर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि ने छात्रों को प्रेरित किया
समारोह के मुख्य अतिथि जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के कुलपति प्रोफेसर परमेन्द्र कुमार बाजपेयी थे। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि “आज का युवा ही कल का भारत है। इस तरह के आयोजनों से छात्रों को सम्मान और उत्साह मिलता है, जो उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।” उन्होंने कहा कि आज बिहार के ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की अलख जगी है, यह अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे केवल अंकों तक सीमित न रहें, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी समझें और देश निर्माण में अपनी भागीदारी निभाएं।
विशिष्ट अतिथि डीआईजी ने की सराहना
इस अवसर पर सारण रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि “बिहार के छात्र अब हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। यह देखकर अत्यंत प्रसन्नता होती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिक्षा के प्रति जागरूकता और प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित हो रही है।” उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एकमात्र साधन है जिससे समाज को बदला जा सकता है।
युवा नेता ने प्रतिभाओं को बताया देश की संपत्ति
युवा भाजपा नेता राणा यशवंत प्रताप सिंह ने कहा कि “युवाओं की शक्ति देश की सबसे बड़ी पूंजी है। जब हम किसी प्रतिभा को मंच और सम्मान प्रदान करते हैं, तो उसका आत्मविश्वास कई गुना बढ़ जाता है।” उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे आयोजनों को भविष्य के निर्माण के लिए आवश्यक बताया।
संस्थान के अध्यक्ष ने बताया उद्देश्य
संस्थान के अध्यक्ष अनंत सिंह ने कहा कि यह आयोजन केवल पुरस्कार वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण प्रतिभाओं को पहचान देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा कि हरे राम सेवा संस्थान का उद्देश्य शिक्षा, संस्कार और समाज सेवा को एक साथ जोड़कर एक सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन लाना है।
आयोजन की तैयारी और सहयोग
संस्थान के समन्वयक संजय सिंह और सह-समन्वयक गुंजन सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम की तैयारियां पिछले कई सप्ताहों से चल रही थीं और इसमें स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिला। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अगले वर्ष से इस आयोजन को और अधिक व्यापक स्तर पर किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं इससे लाभान्वित हो सकें।
समारोह का गरिमापूर्ण आयोजन
समारोह में बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अत्यंत प्रभावशाली और अनुशासित शैली में किया गया। मंच को पारंपरिक तरीके से सजाया गया था, जिससे पूरा आयोजन गरिमामय और प्रेरणादायक बना। समारोह के अंत में संस्थान की ओर से सभी अतिथियों, आगंतुकों और सहयोगियों के प्रति आभार प्रकट किया गया और यह संदेश दिया गया कि यह आयोजन हरे राम सेवा संस्थान की एक नई पहल है — एक ऐसे बिहार की शुरुआत, जहाँ न सिर्फ प्रतिभाओं को पहचाना जाएगा, बल्कि उन्हें आगे बढ़ने की दिशा और अवसर भी दिया जाएगा।